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Special for love couples and Gf and Bf | तेरी मोहब्बत भी मंजूर है, पल पल तेरी याद में बरसो तरसा हूं, काश तुम मुझे नाराजगी की वजह जान पाते

Special for love couples and Gf and Bf | तेरी मोहब्बत भी मंजूर है, पल पल तेरी याद में बरसो तरसा हूं, काश तुम मुझे नाराजगी की वजह जान पाते

तेरी मोहब्बत भी मंजूर है
तेरी सररत भी मंजूर है,
मगर कभी रूठना ना मुझसे,
कियोंकि तेरी मोहब्बत मेरी जिंदगी के लिए जरूरी है।


Special for love couples and Gf and Bf | तेरी मोहब्बत भी मंजूर है, पल पल तेरी याद में बरसो तरसा हूं, काश तुम मुझे नाराजगी की वजह जान पाते

काश तुम मुझे नाराजगी की वजह जान पाते,
तो ये नाराज़गी भी एक पल में दूर भाग जाते।

Special for love couples and Gf and Bf | तेरी मोहब्बत भी मंजूर है, पल पल तेरी याद में बरसो तरसा हूं, काश तुम मुझे नाराजगी की वजह जान पाते

तुमसे मिलने की बात तुम्हें बता तो दिया,
पर किया तुम भी मुझे अपने,
सफर का हमसफर बनाने को तयार हो।

तेरी खुशी के लिए अपने खुशी भी तुम्हें दे दूं तेरी मोहब्बत के लिए अपने शरारत से, तुम्हें पल पल के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दूंगी।

तेरी खुशी के लिए अपने खुशी भी तुम्हें दे दूं
तेरी मोहब्बत के लिए अपने शरारत से,
तुम्हें पल पल के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दूंगी।

तेरी खुशी के लिए अपने खुशी भी तुम्हें दे दूं तेरी मोहब्बत के लिए अपने शरारत से, तुम्हें पल पल के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दूंगी।

पल पल तेरी याद में बरसो तरसा हूं
अब रोक न पाऊंगी खुद को,
तेरी चाहत में बरसो तरसा हूं।

आज फिर तुम पे प्यार आया है, बेहद और बेशुमार आया है, तेरे चाहत में बरसो बाद ये खयाल आया है, बेहद उत्साहित और बेशुमार आया है।

आज फिर तुम पे प्यार आया है,
बेहद और बेशुमार आया है,
तेरे चाहत में बरसो बाद ये खयाल आया है,
बेहद उत्साहित और बेशुमार आया है।

जब भी तेरी रूह को अपने रूह से लगाया, न जाने किया अपना खोद खो दिया है, कुछ है तेरी चाहत में जिसके इंतजार में मैंने, बरसो इंकार किया है।

जब भी तेरी रूह को अपने रूह से लगाया,
न जाने किया अपना खोद खो दिया है,
कुछ है तेरी चाहत में जिसके इंतजार में मैंने,
बरसो इंकार किया है।

तुमसे गले लग कर खुद को भूल जाता हूं, बरसो की दूरियां एक पल में भूल जाता हूं, काश ये होता की तुम पल पल साथ रहते मेरे, न जाने ये चाहत कब से अधूरा है।

तुमसे गले लग कर खुद को भूल जाता हूं,
बरसो की दूरियां एक पल में भूल जाता हूं,
काश ये होता की तुम पल पल साथ रहते मेरे,
न जाने ये चाहत कब से अधूरा है।

काश तुम यूं मुझे अपने पास रहने देते, अपनी मोहब्बत को मुझपे यूं लूटा देते, तेरी संग पाके मैं भी तुम्हें, अपनी आदत बना लेते।

काश तुम यूं मुझे अपने पास रहने देते,
अपनी मोहब्बत को मुझपे यूं लूटा देते,
तेरी संग पाके मैं भी तुम्हें,
अपनी आदत बना लेते।

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